मोकामा :- धार्मिक स्थान (२)
कल मैंने चर्चा की थी मोकामा के प्रसिद्ध परशुराम स्थान और विषहरी स्थान की .आज भी इसी चर्चा को जारी रखते हुए .कुछ और धार्मिक संस्थानों की बात करते है ...
३.दुर्गा स्थान :- सकरवार टोला के केंद मैं स्थित माता दुर्गा का विशाल मंदिर शक्ति और भक्ति से भरपूर है, वैसे तो नवरात्री में मोकामा में १५-२० दुर्गा प्रतिमा बिठाया जाता है .पर इस दुर्गा स्थान को सबसे पहला स्थान जाता है .लोग बताते है की बहुत साल पहले एक महिला ने जब नवरात्री के समय दुर्गा की प्रतिमा का निर्माण हो रहा था तो वो छुप कर प्रतिमा देखने लगी .तो माँ दुर्गा ने उसे साक्षत निगल लिया था .लोग जब उस महिला को ढूंढ़ रहे थे तो वो कंही नहीं मिली पर अगले दिन जब प्रतिमा बनाने वाले कारीगर प्रतिमा बनाने आये तो दुर्गा की प्रतिमा के मुंह में उस महिला का वस्त्र मिला तब जाकर लोगों को इस बात की जानकारी हुई मैंने बहुत जगह सुना है की फलां मंदिर के ट्रस्ट से स्कूल और हॉस्पिटल चल रहा है .पर इस माता के मदिर परिसर में ही बच्चो के लिए स्कूल है .मगर मोकामा वासी की उदासीनता और सरकार की लापरवाही के कारन ये स्कूल लगभग मृतप्राय है .नवरात्री के दिन यंहा जबरदस्त मेला लगता है .सामाजिक लोग यंहा नाटक का मंचन भी करते है .जिससे मोकामा वासी का कुछ मनोरंजन हो जाता है.दुर्गा स्थान के ही मतदान केंद को कभी बी.बी.सी के कुर्बान अली जैसे धाकर संवाददाता ने भारत का सबसे संवेदनशील मतदान केंद कहा था .आज ये दुर्गा स्थान अपने भव्यता के कारन कम , अपराध और राजनीति के कारन ज्यादा जाना जाता है .मगर आज भी जो दिल से नवरात्री के समय माँगा जाये माँ दुर्गा वो जरुर पूरा करती है ..
४.महादेव स्थान :- भगवान शंकर का मंदिर महादेव स्थान मोकामा के दो टोलों के ठीक बिच में है .जी हाँ मोकामा के सकरवार और मोलदियार टोला का बोर्डर है . रामायण काल में जब राम भगवान अपने गुरुदेव के साथ माता सीता के स्वयम्बर में जा रहे थे तो इसी महादेव स्थान में उन्होंने विश्राम किया था राम ने महादेव की पूजा आराधना की थी .भगवान राम ने जब भी महादेव की पूजा की भगवान शंकर ने उनकी इच्छा पूरी की . भगवान राम ने मोकामा में महादेव की पूजा की थी और मंदिर में विश्राम किया था तब से ही इस जगह को मोकामा कहा जाने लगा ..एक जगह और भी जब भगवान राम ने महादेव को इसी रूप में पूजा था तो वंहा का नाम रामेश्वरम पड़ा .बड़ी पवित्र जगह है महादेव स्थान . एक समय में महादेव स्थान मोकामा का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र था .कलकत्ता ,बनारस ,बम्बई ,पटना आदि से लोग यंहा व्यापार करने आते थे . यंही पर गौरी माता का भी मंदिर है .कुमारी कन्यायें यंहा दोनों मंदिर में अपने लिए अछे पति की प्रार्थना करती है .और महादेव और माता गौरी की कृपा से उन्हें अपना मन पसंद जीवन साथी मिलता है .
जारी है ......................